सपने हर किसी को आते है। हर सपनों का मतलब और उनका फल होता है। सपने 2 तरह के होते है, एक वो जो हम सोने के बाद गहरी नींद में देखते है, दूसरा वो जो हम अपने सुनहरे भविष्य के लिए…
सपने हर किसी को आते है। हर सपनों का मतलब और उनका फल होता है। सपने 2 तरह के होते है, एक वो जो हम सोने के बाद गहरी नींद में देखते है, दूसरा वो जो हम अपने सुनहरे भविष्य के लिए…
जब एक स्त्री और पुरूष वैवाहिक जीवन में प्रवेश करते हें तब उनके कुछ सपने और ख्वाब होते हैं। कुण्डली में मौजूद ग्रह स्थिति कभी कभी ऐसी चाल चल जाते हैं कि पारिवारिक जीवन की सुख शांति खो जाती है। पति पत्नी…
आजिविका के क्षेत्र में सफलता व उन्नति प्राप्त करने के लिये व्यक्ति में अनेक गुण होने चाहिए, सभी गुण एक ही व्यक्ति में पाये जाने संभव नहीं है. किसी के पास योग्यता है तो किसी व्यक्ति के पास अनुभव पर्याप्त मात्रा में…
प्रेम विवाह करने वाले लडके व लडकियों को एक-दुसरे को समझने के अधिक अवसर प्राप्त होते है. इसके फलस्वरुप दोनों एक-दूसरे की रुचि, स्वभाव व पसन्द-नापसन्द को अधिक कुशलता से समझ पाते है. प्रेम विवाह करने वाले वर-वधू भावनाओ व स्नेह की…
शनि की साढ़ेसाती शनि साढेसाती में शनि तीन राशियों पर गोचर करते है।तीन राशियों पर शनि के गोचर को साढेसाती के तीन चरण के नाम से भी जाना जाता है।अलग- अलग राशियों के लिये शनि के ये तीन चरण अलग-अलग फल देते…
धनिष्ठा का उतरार्ध, शतभिषा, पूर्वा भाद्रपद, उतरा भाद्रपद व रेवती इन पांच नक्षत्रों ( सैद्धान्तिक रुप से साढेचार) को पंचक कहते है. पंचक का अर्थ ही पांच का समूह है. सरल शब्दों में कहें तो कुम्भ व मीन में जब चन्द्रमा रहते…
चींटियों को आटा देने से मिलती है मां लक्षमी की अपार कृपा…. घर में धन-संपत्ति बनाए रखने के लिए घर पर देवी लक्ष्मी की कृपा होना बहुत जरूरी होता हैं। यदि घर में कुछ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखा जाए तो धन-लक्ष्मी…
सूर्य की लाल (Infra red), पराबैंगनी (Ultravoilet) किरणों की कीटाणुनाशक क्षमता से हमारे वैदिक ऋषि भलीभांति परिचित थे। वास्तु नियमों में पूर्व दिशा स्नानागार के लिए प्रशस्त मानी गई है। वैदिक काल में उषा काल में स्नान का प्रावधान था। इस प्रकार…
राशि स्वरूप- मछली जैसा, राशि स्वामी- बृहस्पति। 1. मीन राशि का चिह्न मछली होता है। मीन राशि वाले मित्रपूर्ण व्यवहार के कारण अपने कार्यालय व आस पड़ोस में अच्छी तरह से जाने जाते हैं। 2. आप कभी अति मैत्रीपूर्ण व्यवहार नहीं करते…
नाम के पहले अक्षर से जानिए अपने और दुसरों के बारे में ……… कुंभ- गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा राशि स्वरूप- घड़े जैसा, राशि स्वामी- शनि। 1. राशि चक्र की यह ग्यारहवीं राशि है। कुंभ राशि का चिह्न…