नीलम

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01 Mar
2017

नीलम शनि ग्रह कारत्न है, जब शनि गृह कमजोर हो या जन्म कुंडली में लग्न का स्वामी शनि होतो नीलम रत्न पहनना चाहिए| नीलम रत्न का उपरत्न या सस्ता रत्ना कटैला होता है जोकि कीमत में सस्ता होता है| यह शनि के बुरे प्रभाव को कम करता है एवं धन धान्य एवं सम्रद्धि प्रदान करता है| संतान सुख की प्राप्ति होती है , मन शांत एवं सद्विचार युक्त होता है| वातरोग , गठिया वातरोग , हर्निया अदि रोगों में फायदा या आराम मिलता है| नीलम को सोने की अँगूठी में फिट करवा कर शनिवार के दिन सांय दो घंटे ४० मिनट पहले शनि की होरा के समय पूजा घर में जाकर अँगूठी को दूध में व् गंगाजल में स्नान करवा कर शनिदेव के मंत्र “ ॐ सं शनिश्चराय नमः “ का उच्चारण 108 बार करके अँगूठी को सिद्ध करके मध्य उँगली में पहनना चाहिए| नीलम को खूब अच्छी तरह से परख कर एवं विश्वस्त दूकान से ही खरीदें क्योंकि नीलम की जितनी अच्छी गुणवत्ता होगी उतना ही अच्छा लाभ देगा|