सितंबर का गोचर देगा शरीरिक और मानसिक कष्ट

साल 2025 में सितंबर का महीना बहुत विशेष है. इस माह में कई बड़े ग्रह गोचर करने वाले हैं. 5 दिनों में 4 बड़े ग्रह अपनी चाल में परिवर्तन करने वाले हैं. हर ग्रह अपने निर्धारित समय के बाद राशि परिवर्तन करता है. ग्रहों को प्रभाव राशियों पर देखा जाता है. ग्रह गोचर को राशि परिवर्तन के नाम से भी जाना जाता है.

जानते हैं पंचांग के अनुसार वो कौन-से ग्रह हैं जो सितंबर माह में अगले 5 दिनों में अपनी चाल में परिवर्तन करने वाले हैं.

13 सितंबर, 2025 शनिवार को मंगल ग्रह अपनी चाल में परिवर्तन करने वाले हैं. मंगल का राशि परिवर्तन तुला राशि में होने वाला है. मंगल का राशि परिवर्तन रात 9 बजकर 34 मिनट पर होगी. मंगल तुला राशि में 27 अक्टूबर तक रहेंगे इसके बाद वृश्चिक राशि में गोचर कर जाएंगे.

बुध गोचर (Mercury Transit)-

15 सितंबर का दिन विशेष है. इस दिन दो बड़े ग्रह गोचर करने वाले हैं. 15 सितंबर को बुध ग्रह का गोचर होने वाला है. वाणी, बुद्धि, बिजनेस के कारक बुध ग्रह कन्या राशि में गोचर करेंगे. यह गोचर 15 सितंबर, सोमवार को सुबह 11 बजकर 10 मिनट पर होगा.

शुक्र गोचर (Venus Transit)-

साथ ही 15 सितंबर को एक और ग्रह अपनी चाल में परिवर्तन करेगा. इस दिन भोग विलास के कारक शुक्र ग्रह राशि परिवर्तन करेंगे. शुक्र का गोचर 15 सितंबर को सिंह राशि में होगा. इस दिन रात 12 बजकर 23 मिनट पर सिंह राशि में शुक्र का गोचर होगा.

सूर्य गोचर (Sun Transit)

17 सितंबर, को ग्रहों के देवता सूर्य देव अपनी राशि परिवर्तन करेंगे. सूर्य के गोचर को सूर्य संक्रांति के नाम से भी जाना जाता है. सूर्य का गोचर सितंबर माह में कन्या राशि में होगा. इस दिन रात 1 बजकर 54 मिनट पर सूर्य अपना राशि परिवर्तन करेंगे.

सितम्बर का गोचर लाएगा राजनीतिक भूचाल

सितंबर 2025 का गोचर राजनीतिक रूप से चुनौतीपूर्ण रहेगा, जिसमें उथल-पुथल और असहमति की आशंका है, साथ ही केंद्र सरकार को भी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। 7 सितंबर 2025 के चंद्र ग्रहण के प्रभाव से संसद और सरकार में विवाद बढ़ सकते हैं। हालांकि, ग्रहों के गोचर के कारण भारत की आर्थिक स्थिति अच्छी रहने की उम्मीद है, और कई राशियों के लिए यह माह शुभ परिणाम ला सकता है। 

राजनीतिक भविष्य


अस्थिरता और संघर्ष
:
राजनीतिक दृष्टि से आने वाला समय उथल-पुथल भरा हो सकता है, जिससे केंद्र सरकार के लिए कठिन परिस्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं।

विपक्ष का प्रभाव:
विपक्ष कुछ समय के लिए हावी होता हुआ दिखाई दे सकता है और बड़े स्तर पर अपने आंदोलन को बढ़ा सकता है।

जनता के हित में नीतियाँ:
सरकार की ओर से कुछ नई नीतियां लागू की जा सकती हैं, जो जनता के हित में दिखेंगी, लेकिन उनका वास्तविक लाभ सीमित हो सकता है।

सत्तातंर में बदलाव:
राजनीतिक उथल-पुथल के बीच केंद्र और राज्यों में सत्ता पक्ष में परिवर्तन देखने को मिल सकता है।


आर्थिक स्थिति
:
ग्रहों की चाल भारत की आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगी, जिससे घरेलू बाजार में रौनक लौटेगी और व्यापार बढ़ेगा।

स्वास्थ्य और जनजीवन:
चंद्र ग्रहण और ग्रहों के गोचर से मौसमी बीमारियों और संक्रामक रोगों के फैलने की आशंका है।

प्राकृतिक आपदाएँ:
मंगल के गोचर के कारण घटना-दुर्घटनाएँ और प्राकृतिक आपदाएँ बढ़ सकती हैं।

ग्रहों का गोचर:
सितंबर में चार प्रमुख ग्रहों – बुध, सूर्य, मंगल और शुक्र – की चाल बदलेगी, जो विभिन्न राशियों और देश के जीवन पर बड़े बदलाव लाएंगे।

 

9/9/9: क्यों सितंबर की 9वीं तारीख है खास? क्या इस दिन किसी अनहोनी की संभावना है ?

साल 2025 को लेकर कई भविष्यवाणियां की गई थीं जिनमें से अधिकतर सही साबित हुई। इन भविष्यवाणियों में अलग-अलग तरह की दुर्घटनाओं के होने के बारे में बताया गया था। दरअसल, ऐसी भविष्यवाणी की गई है कि 9 सितंबर 2025 के दिन यात्रा के दौरान दुर्घटनाएं होने के संकेत हैं। प्राकृतिक आपदाओं, युद्ध जैसी स्थितियां यहां तक कि लोग अपनी जान भी गंवा सकते हैं। ऐसे में ये जानना बहुत जरूरी है कि क्या वाकई 9 सितंबर को कुछ बुरा होने वाला है और अगर ये सच है तो क्या है इसके पीछे का कारण? आइये जानते हैं लुधियाना के ज्योतिषाचार्य पंडित गौरव आचार्य जी से

क्यों अशुभ है 9 सितंबर 2025 का दिन?

ज्योतिषीय गणना के अनुसार, 9 सितंबर 2025 को मंगल ग्रह का संबंध राहु से बनने का योग है। राहु को एक छाया ग्रह माना जाता है जो भ्रम, दुर्घटना और अप्रत्याशित घटनाओं का कारक है।

जब मंगल और राहु का संयोग होता है तो इसे ज्योतिष में अंगारक योग कहा जाता है। यह योग बहुत ही उग्र माना जाता है जो दुर्घटनाओं, चोट, प्राकृतिक उथल-पुथल और अचानक होने वाले नुकसान की आशंका को बढ़ाता है।

इस दिन यह योग यात्रा के दौरान वाहन दुर्घटनाओं का कारण बन सकता है इसलिए इस दिन यात्रा न करने की सलाह दी जा रही है। वहीं, अंक ज्योतिष के नजरिये से भी इसके पीछे कारण मौजूद है।

अंक ज्योतिष के अनुसार, 9 अंक बहुत ही शक्तिशाली और उग्र होता है। जब यह अंक एक साथ तीन बार आता है यानी कि तारीख 9, महीना 9, साल 9 तो इसकी ऊर्जा कई गुना बढ़ जाती है।

अंक 9 मंगल का प्रतिनिधित्व करता है और मंगल अगर राहु के प्रभाव में हो बुरे परिणाम लेकर आता है। जिन लोगों की कुंडली में मंगल और राहु कमजोर होंगे उन्हें ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है।

इसके अलावा, जिन लोगों का नंबर 9 है फिर चाहे वह मूलांक के हिसाब से हो या फिर भाग्यांक के हिसाब से, उन्हें भी कोशिश करनी चहिये कि 9 सितंबर के दिन कहीं भी यात्रा न करें और सतर्क रहें

सूर्य गोचर धनु राशि में 2024

सूर्य गोचर धनु राशि में, खरमास में मकर सहित 5 राशियां सावधान रहें, रुपये-पैसे के साथ सेहत को भारी नुकसान की आशंका

सूर्य गोचर 2024: सूर्य देवता 15 दिसंबर को रात को 9 बजकर 56 मिनट पर अपने मित्र गुरु की राशि धनु में प्रवेश करेंगे। इसके साथ ही 30 दिन का खरमास का आरंभ हो जाएगा। खरमास की अवधि मकर और वृषभ सहित 5 राशियों के लिए शुभ नहीं मानी जा रही है। खरमास में अशुभ ग्रहों की सक्रियता बढ़ने की वजह से इन राशियों के लोगों को अचानक से गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। आपकी नौकरी में समस्‍याएं आ सकती हैं और अचानक से कारोबार में भारी नुकसान होने की आशंका है। आपके पारिवारिक मामलों में तनाव बढ़ सकता है और रिश्‍तेदारों से आपके संबंध प्रभावित हो सकते हैं। तो आइए जानते हैं किन-किन राशियों को खरमास की इस अवधि में विशेष रूप से सावधानियां रखनी चाहिए।

सूर्य का धनु राशि में प्रवेश वृषभ राशि वालों के लिए मिले-जुले परिणाम लेकर आ रहा है। इस दौरान आपको अपने स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखना होगा। दवा खाने की भी नौबत आ सकती है। गोचर काल में दवा से जुड़े लोगों को काफी तरक्की मिलेगी। केंद्र या राज्य सरकार के विभागों के काम पूरे होने में थोड़ा और समय लग सकता है। बेहतर होगा कि आप अपने कामों को ध्यान केंद्रित करके पूरा करें। विवादों और अदालती मामलों को बाहर ही निपटाना समझदारी होगी। धन के लिए यह गोचर बहुत अच्छा रहेगा। कोई पुराना विवाद सुलझ सकता है। वाहन चलाते समय थोड़ी सावधानी बरतनी चाहिए।

सूर्य का धनु राशि में प्रवेश कन्या राशि के जातकों के लिए मध्यम फलदायी रहेगा। इस दौरान कार्यक्षेत्र और पारिवारिक मामलों में चिंताएं रहेंगी, लेकिन आप स्थिति को समझदारी से संभाल भी पाएंगे। आपकी राशि के लिए सूर्य बारहवें भाव का स्वामी है, इसलिए स्वास्थ्य पर आपका खर्च बढ़ सकता है। कार्यक्षेत्र में भी परिवर्तन के योग हैं। सूर्य के इस गोचर के दौरान जमीन-जायदाद से जुड़े मामले सुलझेंगे। यदि आप इस दौरान अपनी रणनीतियों और योजनाओं को गुप्त रखने पर काम करते हैं तो आपको अधिक सफलता मिलेगी।

सूर्य का धनु राशि में संचार वृश्चिक राशि के जातकों के लिए मिश्रित फलदायी रहेगा। इस दौरान आपके कई काम पूरे होंगे, तो कुछ काम में किसी कारणवश परेशानी भी आ सकती है। स्वास्थ्य के लिहाज से आपको आंखों से जुड़ी समस्याओं से सावधान रहना होगा। दवाओं की प्रतिक्रिया से भी बचना होगा। हालांकि आपका आर्थिक पक्ष मजबूत रहेगा। गोचर काल में लंबे समय से दिया हुआ धन भी वापस मिलने की उम्मीद है। करियर में काफी सफलता मिलने की उम्मीद है। सूर्य आपकी राशि का स्वामी है। धन में वृद्धि हो सकती है, लेकिन खर्च भी काफी अध‍िक होगा। आपका साहस बढ़ेगा और मान-सम्मान में भी वृद्धि होगी।

सूर्य का धनु राशि में गोचर मकर राशि वालों के लिए मध्यम फलदायी रहेगा। इस दौरान अधिक भागदौड़ के कारण आपको आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है। अगर आपके लोग आपको नीचा दिखाने की कोशिश करते हैं तो सावधान रहें। यह गोचर मकर राशि के लिए शुभ नहीं माना जाता है। इस गोचर से विपरीत राजयोग बनेगा। हालांकि जो लोग नई नौकरी की तलाश में हैं, उनके लिए समय बहुत अनुकूल है। उनको लाभ हो सकता है।

सूर्य का धनु राशि में प्रवेश मीन राशि वालों के लिए मिले-जुले परिणाम लेकर आएगा। मीन राशि वालों के लिए सरकारी विभागों में रुके हुए काम पूरे होंगे, लेकिन इसके लिए आपका पैसा पानी की तरह खर्च हो सकता है। अगर आप घर या वाहन खरीदना चाहते हैं तो इसका सौदा बहुत ही सोचकर करें। नुकसान की आशंका है। गोचर के दौरान मित्रों और रिश्तेदारों से शुभ समाचार मिलने के योग हैं। लेकिन आप या आपके परिवार के सदस्यों की सेहत में अचानक से गिरावट आ सकती है।

घर में बात-बात पर हो रहे हैं झगड़े, तो जरूर अपनाएं ये ज्योतिष उपाय

ज्योतिष शास्त्र में बताए गए छोटे-छोटे उपाय आपके जीवन को आसान और सफल बनाने में मददगार हो सकते हैं। इतना ही नहीं अगर आप ज्योतिष शास्त्र के इन उपायों को अपने जीवन में अपनाते हैं तो इससे आपको गृह क्लेश की स्थिति में भी लाभ मिल सकता है। आइए जानते हैं ज्योतिष शास्त्र के कुछ ऐसे ही उपाय।

यदि घर में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ जाए तो यह परिवार में लड़ाई-झगड़े का कारण बन सकती है। साथ ही पितृ दोष या ग्रहों का अशुभ प्रभाव भी गृह क्लेश की स्थिति का कारण हो सकते हैं। ऐसे में यदि आप रोजाना के इन लड़ाई-झगड़ों से मुक्ति पाना चाहते हैं तो इसके लिए ज्योतिष शास्त्र के ये आसान उपाय अपना सकते हैं।

दूर होगी नकारात्मकता

घर में लड़ाई-झगड़े की स्थिति से बचने के लिए हर रोजाना सुबह पानी में थोड़ा-सा नमक डालकर पूरे घर में पोछा लगाना चाहिए। इस उपाय को करने से घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाती है। साथ ही इससे सकारात्मक ऊर्जा का वास घर में बना रहता है। इतना ही नहीं, इस उपाय द्वारा वास्तु दोष के प्रभाव को भी कम किया जा सकता है।

जरूर करें ये काम

अगर आपको लग रहा है कि घर में बिना वजह झगड़े होते रहते हैं तो इसके लिए आपको घर में एक बार नवग्रह की पूजा जरूर करवानी चाहिए। ऐसा करने से कुंडली में मौजूद सभी ग्रहों का अशुभ प्रभाव दूर होता है। जिससे घर-परिवार में सुख-शांति का माहौल रहता है। साथ ही नवग्रह पूजा कराने से जातक के परिवार के सदस्यों के लिए उन्नति के रास्ते खुलते हैं।

कपूर के उपाय

रात में सोने से पहले पति-पत्नी को अपने तकिए के नीचे कपूर रखकर सोना चाहिए और सुबह होते ही इस कपूर को जला दें। ध्यान रहे कि इस दौरान कोई आपको टोके नहीं। फिर इसकी राख को बहते जल में प्रवाहित कर दें। ऐसा करने से आपका वैवाहिक जीवन सुखमय बना रहता है। इसके साथ ही घर के ईशान कोण में रोजाना देसी घी का दीपक जलाना चाहिए। इससे घर में सुख-शांति बनी रहे।

अपने जन्मदिन पर जरूर करें ये शुभ कार्य, सुख से बीतेगा पूरा साल

किसी भी व्यक्ति के जीवन में उसका जन्मदिन बहुत महत्व रखता है। इसलिए अपने इस दिन को और खास बनाने के लिए हर इंसान कोशिश करता है। साथ ही वह ये भी कामना करता है कि आने वाले समय में उसका जीवन सुखमय और भविष्य उज्जवल हो। ज्यादातर लोग अपने जन्मदिवस पर दोस्तों के साथ पार्टी आदि करते हैं खुशियां मनाते हैं, लेकिन पार्टी के अलावा आपको अपने जन्मदिन पर कुछ धार्मिक कार्य भी करने चाहिए। जिस दिन ईश्वर के आशीर्वाद से आपने मनुष्य रुप में जन्म लिया हो उस दिन को बहुत ही अच्छे तरीके से मनाना चाहिए। ऐसे में इस शुभ दिन को यदि आप शुभ कार्यों के साथ मनाते हैं तो आने वाले समय में आपके ऊपर ईश्वर की कृपा बनी रहती है। ज्योतिष में कुछ ऐसे कार्य बताए गए हैं, अपने जन्म दिवस का दिन इन कार्यों करके आप पूरे वर्ष को सुखमय बना सकते हैं। तो आइए जानते हैं कि कौन से हैं वे शुभ कार्य…. 

सूर्य को जल दें

ज्योतिष के अनुसार, जन्म दिवस पर व्यक्ति को प्रातः जल्दी उठकर सबसे पहले स्नानादि करने के पश्चात सूर्यदेव के दर्शन करने चाहिए और जल देना चाहिए। इसके बाद अपने इष्ट देव का ध्यान व पूजा आराधना करें। इससे आपके ऊपर ईश्वर की कृपा बनी रहती है। प्रतिदिन यदि इसी तरह से अपने दिन की शुरुआत करते हैं तो आपका जीवन सुखमय बना रहता है।

रक्षा सूत्र

इस दिन घर के बड़े बुजुर्गों या फिर भाई-बहनों के द्वारा दिया गया धातु का कड़ा धारण करना चाहिए या फिर अपनी राशि के स्वामी ग्रह के नाम का रक्षा सूत्र अपने हाथ में बांधना चाहिए। मान्यता है कि ये आपको बुरी नजर व आने वाली समस्याओं से बचाकर रखता है।

ग्रहों की पूजा/उपाय

अपने जन्म दिन के मौके पर आप अशुभ ग्रह से संबंधित दान,उपाय,यज्ञ,अनुष्ठान कर सकते है और अनुकूल ग्रहों का बल बढ़ा सकते है या फिर इनके निमित्त पूजन व जाप करें। मान्यता है कि इससे आपके अशुभ ग्रह अनुकूल होंगे और आपके जीवन से समस्याएं भी दूर होंगी और शुभ ग्रहों का प्रभाव बढ़ेगा

बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद

जन्मदिन पर अपने से बड़े लोग, माता-पिता, बुजुर्गों व गुरु का आशीर्वाद लेना चाहिए। जो लोग अपने से बड़ों का सम्मान करते हैं उनसे देवता भी प्रसन्न रहते हैं। 

जरुरतमंदों की सेवा

जरूरतमंदों की सेवा और दान-पुण्य करना सबसे शुभ कार्य होता है। अपने जन्मदिवस के दिन जरुरतमंदों की भोजन करवाना चाहिए। इसके साथ ही उन्हें अपनी क्षमतानुसार अन्न व जरुरत की चीजें दान करना चाहिए। यदि आप इस दिन किसी जरुरतमंद की मदद करते हैं तो उसे संतुष्ट करके स्वयं भी भीतर से संतुष्टि प्राप्त करते हैं। 

पशुओं की सेवा

मान्यताओं के अनुसार, अपने जन्मदिन के मौके पर पशुओं की सेवा अवश्य करनी चाहिए। जो लोग अपने मन में पशु-पक्षियों को प्रति दयाभावना रखते हैं। उन्हें भोजन कराते हैं उनके ऊपर देवताओं की कृपा बनी रहती है। आप अपने जन्मदिवस पर बहुत सारा पैसा फालतू खर्च करने के बजाए किसी गौशाला आदि में थोड़ा-बहुत दान करते हैं या फिर गाय को चारा खिलाते हैं तो ये आपके लिए बहुत ही फायदेमंद होगा।

नरक चतुर्दशी के दिन क्या करें और क्या न करें

नरक चतुर्दशी के दिन दीपक को कैसे जलाएं:

शास्त्रों के अनुसार, नरक चतुर्दशी के दिन यम के नाम के दीपक जलाने की परंपरा है। इस दिन चौमुखा दीपक बनाकर घर की महिलाएं रात के समय तिल या सरसों का तेल डालकर चार बत्तियों वाला दीपक जलाती हैं।

नरक चतुर्दशी में कितने दिए जलाए जाते हैं?

नरक चतुर्दशी के दिन कितने दीये जलाए जाते हैं: नरक चतुर्दशी के दिन 14 दीये जलाए जाते हैं। एक दीया घर के पूजा पाठ वाले स्थान, दूसरा रसोई घर में, तीसरा उस जगह जलाना चाहिए जहां हम पीने का पानी रखते हैं, चौथा दीया पीपल या वट के पेड़ तले रखना चाहिए। वहीं पांचवां दीया घर के मुख्य द्वार पर जलाना चाहिए।शेष उपलब्ध स्थान पर जला सकते है

यम का दीपक कब जलाना चाहिए?

छोटी दिवाली पर प्रदोष काल में यम का दीपक जलाने का विधान है।यह दीपक मृत्यु के देवता यमराज के लिए जलाया जाता है।छोटी दिवाली को नरक चतुर्दशी भी कहते हैं।कहते हैं कि इस दिन यमराज से प्रार्थना करते हैं कि वे नरक का द्वार बंद कर दें, ताकि परिवार का कोई भी सदस्य अकाल मृत्यु का शिकार न हो।

दीपक जलाते समय पढ़ें ये मंत्र

शुभं करोति कल्याणम् आरोग्यम् धनसंपदा। शत्रुबुद्धिविनाशाय दीपकाय नमोस्तुते।। दीपो ज्योति परंब्रह्म दीपो ज्योतिर्जनार्दन:। दीपो हरतु मे पापं संध्यादीप नमोस्तुते।।

नरक चतुर्दशी के दिन क्या नहीं करना चाहिए?

दिवाली के दोनों दिनों में तेल का दान नहीं करना चाहिए. इस दिन तेल का दीपक जलाया जाता है।इसके अलावा नरक चतुर्दशी के दिन दक्षिण दिशा में गंदगी न डालें।ये दिशा यमराज और पितरों की दिशा मानी गई है।

अकाल मृत्यु से बचने का दिन है- नरक चतुर्दशी

नरक चतुर्दशी

पुराणों के अनुसार नरक चतुर्दशी के दिन भगवान श्री कृष्ण ने नरकासुर का वध किया था इसी खुशी में प्रजा ने दीपक जलाए थे । आचार्य एसटलोजरस के अध्यक्ष पंडित गौरव आचार्य अनुसार नरक चौदस यानी की छोटी दीपावली के दिन श्री कृष्ण, शक्ति, हनुमान जी, यम का पूजन करने का विधान है यह यमराज को प्रसन्न करने का भी दिन है। जिसका उद्देश्य नर्क से मुक्ति पाना भी है क्योंकि यमराज के रुष्ट होने से प्राणी को नर्क में दी जाने वाली यातनाओं को भी भोगना पड़ता है दैत्यराज बली के वामन भगवान से मांगे वरदान के अनुसार उस दिन जो भी व्यक्ति यमराज को दीपदान करता है उसको यम यातना नहीं होती

चतुर्दशी को महरात्रि माना गया है इसलिए इसमें शक्ति के उपासक शक्ति की पूजा करते हैं तथा मंत्र भी सिद्ध करते हैं। इस दिन शरीर पर तिल के तेल की मालिश करने का विधान है तथा अपामार्ग मिश्रित जल से स्नान करने से यम का भय नहीं होता है यद्यपि कार्तिक स्नान करने वाले भक्तों को कार्तिक मास में तेल का स्नान नहीं करना चाहिए परंतु नरक चतुर्दशी को इसका दोष नहीं लगता है आज ही के दिन कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी को अर्धरात्रि में अंजना के गर्भ से हनुमान जी का जन्म हुआ था । शास्त्रों में चैत्र शुक्ल पूर्णिमा को भी हनुमान जन्म का उल्लेख मिलता है परंतु आज के दिन सीता जी ने हनुमान जी को सिंदूर देकर आशीर्वाद दिया था कि इसको धारण करो और अजय अमर रहो इसी कारण से भी हनुमान जी को आज सिंदूर चढ़ाकर विधि विधान से पूजा की जाती है और हनुमान चालीसा सुंदरकांड पंचमुखी कवच आदि का पाठ किया जाता

आज ही के दिन प्रदोष काल में तेल से भरे हुए 14 दीपक पूजन कर मंदिर बाग बगीचा आज में दीपदान करें इससे यमराज संतुष्ट होते हैं तथा दीपकों में तिल भी रखें। इससे यमराज संतुष्ट होते हैं 

लिंग पुराण के अनुसार चार बत्तियों का दीपक प्रचलित करके दीपदान करना चाहिए तथा इस समय प्रज्वलित शलाका (आतिशबाजी में प्रयुक्त फुलझड़ी आदि) लेकर दान करने से अकाल मृत्यु हुई परिजनों को सद्गति प्राप्त होती है।

धनतेरस क्यों और कब मनाएँ

धनतेरस/ धन्वंतरि जंयती

दिवाली (Diwali) के पांच दिनों के त्‍योहार की शुरुआत धनतेरस (Dhanteras) के दिन से होती है. कार्तिक मास की कृष्‍ण पक्ष की अमावस्‍या तिथि को धनतरेस का त्‍योहार मनाया जाता है. मान्‍यता है कि इस दिन आयुर्वेद के भगवान धन्‍वंतरि का जन्‍म हुआ था. धन्‍वंतरि भगवान का जन्‍म त्रयोदशी तिथि के दिन होने के कारण इस दिन को धनत्रयोदशी और धनतेरस जैसे नाम से जाना जाता है. इस साल धनतेरस का त्‍योहार 10 नवंबर को है. इस दिन भगवान धन्‍वंतरि के साथ माता लक्ष्‍मी और कुबेर की भी पूजा की जाती है. साथ ही लोग बर्तन, सोना-चांदी और झाड़ू वगैरह खरीदते हैं. आइए आपको बताते हैं कि इस दिन से जुड़ी खास बातें.

कौन हैं भगवान धन्‍वंतरि

भगवान धन्‍वंतरि को नारायण का ही अवतार माना जाता है. वे औषधि के जनक माने गए हैं. मान्‍यता है कि समुद्र मंथन के दौरान कार्तिक मास की कृष्‍ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर भगवान धन्‍वंतरि का जन्‍म हुआ था. सृष्टि में चिकित्सा विज्ञान के विस्तार के लिए ही भगवान विष्णु ने धन्वंतरि का अवतार में जन्म लिया था. इसके दो दिन बाद माता लक्ष्मी प्रकट हुई थीं. इसलिए धनतेरस के दो दिन बाद लक्ष्‍मी पूजन का त्‍योहार दीपावली मनाया जाता है. धनतेरस के दिन भगवान धन्‍वंतरि की पूजा करने से व्‍यक्ति को निरोगी काया मिलती है, साथ ही परिवार से दुख और दरिद्र दूर हो जाता है.

शुभ महु्र्त

धनतेरस के दिन यानी 10 नवंबर को दोपहर 12:35 बजे से त्रयोदशी तिथि शुरू होगी. हस्त नक्षत्र और शुक्रवार का दिन होने के कारण धनतेरस का महत्‍व काफी बढ़ गया है. इस दिन भगवान धन्‍वंतरि की पूजा शाम के समय की जाएगी. आप शाम 05:40 बजे से रात 09:51 बजे तक भगवान धन्‍वंतरि की पूजा कर सकते हैं. पूजा के बाद शाम के समय घर के मुख्य द्वार पर दक्षिण दिशा में सरसों के तेल का दीपक जलाया जाता है.

धनतेरस पूजा विधि

धनतेरस की शाम के समय उत्तर दिशा में कुबेर, धन्वंतरि भगवान और मां लक्ष्मी की तस्‍वीर एक चौकी पर रखें. घी का दीपक जलाएं. धूप, पुष्‍प, अक्षत, रोली, चंदन, वस्‍त्र आदि अर्पित करें. धन्वंतरि मंत्रों का जाप करें और धन्वंतरि स्तोत्र का पाठ करें. इसके बाद आ‍रती करें और घर के बाहर मुख्य द्वार पर और आंगन में दीप जलाएं.  

राशिफल 28 जुलाई 2023

दैनिक राशिफल के अनुसार, आज यानी 28 जुलाई 2023, शुक्रवार का दिन कुछ राशियों के लिए तनावपूर्ण रहने वालाहै। आज कुछ राशियों को वादविवाद का सामना करना पड़ सकता है। वहीं कुछ राशियों व्यवसाय क्षेत्र में आर्थिक मददप्राप्त होगा। पंचांग के अनुसार, आज श्रावन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि शाम 04 बजकर 21 मिनट तक रहेगाऔर इसके बाद शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि की शुरुआत हो जाएगी। आइए पंडित गौरव आचार्य जी से जानते हैं, सभीराशियों के लिए शुक्रवार का दिन, कैसा रहने वाला है?

मेषआज आपका दिन अच्छा रहने वाला है। व्यापारव्यवसाय में आपको लाभ होगा। परिवार में मांगलिक कार्यक्रमहोंगे। किसी धार्मिक यात्रा पर जा सकते हैं। विरोधी वर्ग से सावधान रहें। अपनो का पूर्ण सहयोग मिलेगा। कोई बड़ा कार्यआज आपका पूर्ण हो सकता है।

वृषभआज के दिन आप अपने जीवन में कोई विशेष निर्णय ले सकते हैं। शिक्षा के क्षेत्र में आज नया सत्र आप शुरू करसकते हैं। स्वास्थ्य ठीक रहेगा। व्यापारव्यवसाय में आर्थिक मदद मिलेगी। रुका हुआ धन प्राप्त होगा। परिवार में लोगआपको मानसम्मान देंगे। पत्नी से मधुर संबंध होंगे।

मिथुनआज आपका दिन परेशानियों से भरा रह सकता है। आपका पुराना कोई विवाद फिर से सामने सकता है, जिसकारण आपको परेशानी उठाना पड़ सकता है। आज कार्यक्षेत्र में आर्थिक स्थिति में आप गिरावट महसूस करेंगे। नया कार्यशुरू करें। शेयर मार्केट का काम यदि कर रहे हैं तो आज का दिन आपके लिए ठीक नहीं है। कोई बड़ा जोखिम नाउठाएं। परिवार में मतभेद की स्थिति बनेगी। लेकिन आपका सम्मान बरकरार रहेगा।

कर्कआज आपका दिन सामान्य रहेगा। आप आपने को स्वस्थ महसूस करेंगे। व्यापारव्यवसाय में कोई विशेष व्यक्तिके मिलने से लाभ होगा। आप किसी धार्मिक यात्रा पर जा सकते हैं। वादविवाद से आज आप दूर रहें नहीं तो आपकोनुकसान उठाना पड़ सकता है।

सिंहआज का दिन आपके लिए अच्छा रहने वाला है। किसी कार्य विशेष के लिए यदि आप सोच रहे हैं तो उसको पूराकरने में आपको सफलता मिलेगी। न्यायालय पक्ष में यदि कोई विवाद चल रहा है तो आज उसमें आपको सफलतामिलती दिखाई देगी। व्यापारव्यवसाय में आर्थिक लाभ मिलेगा। कुछ नए पार्टनर के साथ आज आप समझौता कर सकतेहैं। परिवार में माहौल अच्छा रहेगा।

कन्याआज का दिन भागदौड़ से भरा रह सकता है। कार्यक्षेत्र में आज परिवर्तन हो सकता है, जिसके चलते बाहर भीजाना पड़ सकता है। यात्रा आदि में सावधानी बरतें। वाहन आदि का उपयोग संभालकर करें। स्वास्थ्य बिगड़ सकता है।किसी व्यक्ति विशेष से झगड़ा हो सकता है। व्यापार में नुकसान उठाना पड़ सकता है।

तुलाआज के दिन आप प्रशासनिक कार्य में उलझ सकते हैं। कोई पुराना विवाद सामने सकता है। परिवार में पैतृकसंपत्ति को लैकर विवाद की स्थिति निर्मित हो सकती है। व्यापारव्यवसाय में हानि हो सकती है। वाहन आदि के उपयोग मेंसावधानी बरतें।

वृश्चिकआज के दिन आपको अपने स्वास्थ्य में गिरावट महसूस होगी। काम की अधिकता के कारण मानसिक तनाव शारीरिक थकावट महसूस होगी। किसी काम के चलते आपको लम्बी यात्रा पर जाना पड़ सकता है। किसी अपने केकारण आज आप विवाद से फंस सकते हैं। परिवार में मतभेद उत्पन्न हो सकता है।

धनुआज का दिन बहुत भागदौड़ से भरा रहेगा। किसी कार्य विशेष को लेकर लंबी यात्रा आदि पर जाना पड़ सकता है।वाहन आदि के प्रयोग में सावधानी बरतें नहीं तो चोट लग सकती है। वादविवाद से दूर रहें और व्यापार आदि में आज बड़ाजोखिम ना उठाएं। कोई बड़ा लेनदेन करें बड़ी राशि उधार के रूप में किसी को ना दें। परिवार के लोगों से संबंध मधुररखें और वाणी पर संयम रखें।

मकरआज का दिन आपका उतारचढ़ाव वाला रहेगा। आप कोई नया काम शुरू कर सकते हैं। परंतु विरोधी वर्ग सेसतर्क रहें। बड़ा लेनदेन आप आज करें। किसी काम के लिए आज आपको बाहर जाना पड़ सकता है। यात्रा आदि मेंसावधानी बरतें।

कुंभआज आपका दिन अच्छा रहेगा। स्वास्थ्य में कुछ गिरावट महसूस हो सकती है। मौसम के चलते अपने स्वास्थ्य काध्यान रखें। खानपान पर नियंत्रण रखें। आज आप व्यापारव्यवसाय में बड़ा जोखिम ना उठाएं। किसी लड़की को बड़ीधनराशि उधार के रूप में ना दें। शेयर मार्केट आदि में बड़ा निवेश ना करें। वाहन आदि का उपयोग संभालकर करें।परिवारों में मतभेद दूर होंगे।

मीनआज आप वाहन आदि का प्रयोग संभाल कर करें नहीं तो दुर्घटना घट सकती है। स्वास्थ्य को लेकर आज आपपरेशान रह सकते हैं। परिवार में कोई दुखद समाचार प्राप्त होगा। व्यापारव्यवसाय में शत्रुओं के कारण आपको हानिउठानी पड़ सकती है। आर्थिक स्थिति में गिरावट आएगी। कार्य क्षेत्र में आज परिवर्तन करना आपके लिए ठीक नहीं रहेगा।परिवार में अपनों का सहयोग मिलेगा। इन्हीं बातों को लेकर थोड़ाबहुत मतभेद हो सकता है।