आजकल वास्तु टिप्स का उपयोग घर, फैक्ट्री, कारखानों और ऑफिस आदि सभी जगह पर किया जाता है। वास्तुशास्त्र को अपनाकर आपके ऑफिस में शांति बनी रहेगी, धन का आगमन होगा और कर्मचारियों का मन काम में लगा रहेगा। वास्तुशास्त्र के अनुसार यदि ऑफिस के वास्तु में कोई दोष हो तो कर्मचारियों का मन काम के प्रति एकाग्रचित नहीं रहता। ऑफिस पहुंचने पर उन्हें आलस या सेहत की कोई समस्या परेशान करती है। यहां तक कि ऑफिस में वास्तु दोष होने से कंपनी को आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। आज हम आपको बताते हैं ऑफिस के वास्तु के बारे में -:
1. कभी भी ऑफिस में बॉस का कैबिन सबसे पहले नहीं होना चाहिए। प्रवेश द्वार के समीप किसी ऐसे सहायक का कक्ष हो जो आने वालों को जानकारी उपलब्ध करवा सके।
2. ध्यान रहे ऑफिस में किसी भी कमरे के दरवाजे के ठीक सामने टेबल नहीं होना चाहिए एवं दरवाजे की सीध में किसी कर्मचारी को न बैठाएं।
3. कभी भी ऑफिस में हरे या गहरे रंग का प्रयोग न करें। यह रंग रोशनी अधिक खाता है। सफेद, क्रीम या पीला जैसे हल्के रंग का उपयोग करना शुभ होता है।
4. हमेशा पानी की व्यवस्था ईशान कोण में करनी चाहिए। ईशान में पानी तब ही शुभ होगा, जब उसका संबंध जमीन से हो। यदि धरातल से ऊंचे स्थान पर पानी रखना हो तो अपनी सुविधानुसार किसी भी स्थान पर रख सकते हैं।
5. अधिकाधिक कर्मचारियों के संपर्क में कैशियर को न बैठाएं। कुबेर का वास उत्तर दिशा में माना गया है। इसलिए जहां तक संभव हो कैशियर को उत्तर दिशा में ही बैठाएं।
6.ऑफिस के आग्नेय कोण में कंट्रोल पैनल, विद्युत उपकरण आदि लगाए जाने चाहिए।
7. वेटिंग रूम बनाना है तो इसके लिए वायव्य कोण उत्तम रहेगा। कॉन्फ्रेंस/मीटिंग हॉल भी वायव्य कोण में शुभ माना गया है।
8. कार्यालय के बड़े अधिकारियों के लिए दक्षिण एवं छोटे अधिकारियों के लिए पश्चिम दिशा में बैठना उचित रहता है।
9. ऑफिस में किसी भी कर्मचारी की पीठ मुख्य द्वार की तरफ नहीं होनी चाहिए।