क्या आपके ऊपर तांत्रिक क्रिया का प्रभाव है?

 जानिए लक्षण,पहचान और समाधान

प्रिय मित्रों, वर्तमान वैज्ञानिक युग में तंत्र-मंत्र और तांत्रिक क्रिया की बात बेमानी लगती है। इस पर यकीन करना वैज्ञानिक तथ्‍यों और सुबूतों के सामने बेहद मुश्‍किल है,लेकिन कुछ घटनाएं ऐसी भी होती है जिनका जवाब मेडिकल साइंस और विज्ञान दोनों के पास नहीं मिलता। ऐसी स्‍थिति में व्‍यक्‍ति का विश्‍वास दूसरी ओर जाता है। जीवन में कई बार ऐसा समय आता है, जब ग्रहों की स्थिती में इस कदर बदलाव आता है की व्यक्ति का जीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है। ऐसे में वो इधर-उधर भटकताहै, स्वयं का अच्छा करने के चक्कर में वो दूसरे का बुरा करने से भी नहीं चूकता।तंत्र-मंत्र और टोने-टोटके से बचने के लिए आम जीवन की रोजमर्रा की कुछ वस्तुओं को बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। घर की खुशियों पर अक्सर किसी की काली नजर लग जाती है और नतीजे में कोई बीमार हो जाता है, किसी प्रकार की हानि होती है। लेकिन चिंता की कोई बात नहींदोस्तों की भीड़ में दुश्मनों को पहचानना मुश्किल हो जाता है. आप नहीं समझ सकते कि कब कौन आपके पीठ पीछे वार कर आपको धोखा देकर चला जाए. दोस्ती और प्यार के नाम पर दगा देने वाले भी बहुत लोग होते हैं. आपकी कोई बात किसी को कितनी बुरी लग गई और इसका बदला लेने के लिए वो किस हद तक पहुंच जाएगा आप इस बात का अंदाजा भी नहीं लगा सकते | ज्योतिष और शास्त्रों के अनुसार जब अचानक से आपका अच्छा समय बुरे समय में बदल जाता है तो ऐसी संभावनाएं हो सकती हैं कि आपको या आपके घर को किसी की बुरी नजर लग गई हो। कई बार किसी की सफलता और समृद्धि से जलने वाले लोग उन्हें क्षति पहुंचाने के लिए टोने-टोटके या तंत्र-मंत्र जैसी नकारात्मक शक्तियों का उपयोग करते हैं। इन नकारात्मक शक्तियों के प्रभाव से एकदम ही सबकुछ गड़बड़ हो जाता है।सच है कि इस तरह के आक्रमण कोई करीबी सदस्य या घर में आने जाने वाला कोई ऐसा व्यक्ति ही कर सकता है जो बिना  टोक घर में आ जा सके | अधिकतर मामले ऐसे ही होते हैं जब कोई अपना ही किसी निजी स्वार्थ के लिए काले जादू या टोने टोटके का प्रयोग करता है | यहाँ पर यह जानना आवश्यक है कि वह व्यक्ति कौन है और आपकी क्या चीज ऐसी है जो कि शरीर पर आप पहनते थे और अब आपके पास नहीं है | जूता, चप्पल, कपडा या कुछ और, कुछ भी हो सकता है | अब कोई मदद करे इससे पहले देखिये कि काले जादू, तांत्रिक आक्रमण की तीव्रता क्या है | यदि कम है तो इलाज हो सकता है और यदि अधिक है और समय भी बहुत हो गया है तो बेहद मुश्किल | जो भी मदद करेगा वह भी चपेटे में आ जायेगा | यह सर्वविदित है |

 यदि आप धार्मिक शास्त्रों में विश्वास रखते है, तो यक़ीनन आपको जादू टोने और तांत्रिक असर का मतलब भो जरूर पता होगा. जी हां हम यहाँ उसी जादू टोने की बात कर रहे है, जिसके कारण अच्छे खासे लोग भी बीमार पड़ जाते है. जिन लोगो पर तंत्र मंत्र का असर होता है, उनका व्यावहार अचानक ही बदल जाता है. ऐसे में कोई भी ये नहीं समझ पाता कि आखिर उस इंसान के साथ क्या समस्या है. जिसके चलते इंसान को कई यातनाएं तक झेलनी पड़ती है |तांत्रिक क्रियाओं और टोने टोटके से बहुत व्यक्ति परेशान है और इनके प्रभाव भी बहुत ही बुरे होते है जो व्यक्ति के रहन सहन को बहुत प्रभावित करते है. अगर आप पर भी इस तरह के तांत्रिक क्रियाओं के प्रभाव है तो आप उनसे छुटकारा पा सकते है और इसमें शनिवार का दिन बहुत लाभदायक है. शनिवार के दिन कुछ प्रयोग करके आप तांत्रिक क्रियाओं को काट सकते है |जानिए ऐसी कुछ घटनाएं जिससे आप पता कर सकते हैं कि कहीं आप भी तो तंत्र-मंत्र का शिकार तो नहीं हो गए ?

जानिए क्या लक्षण हैं ?

आपको काले जादू से ग्रस्त व्यक्ति के पास बैठने से ही डर लगने लगेगा | यदि तीव्रता कम है तो स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता है या कोई गंभीर बीमारी लग जाती है और टेस्ट में कुछ भी नहीं आता | मेडिकल विज्ञान असहाय सा मालूम होता है | कल्पना कीजिये कि किसी ठीक ठाक व्यक्ति को यदि heavy dose दे दी जाए तो उस पर क्या असर पड़ेगा | लेकिन जिस के शरीर पर किसी बुरी आत्मा का प्रकोप है उसे इन दवाइयों का असर उस समय बिलकुल नहीं होता | असर होता है तब जब बुरी आत्मा कुछ समय के लिए ग्रस्त व्यक्ति के शरीर से बाहर आती है | इस विषय में यदि मेडिकल कुछ न कर पाए तो यह मान लेना चाहिए कि कुछ न कुछ supernatural है | कुछ भी सामान्य नहीं लगता है | आवाज बदल जाए तो वह काले जादू का चरम होता है | कम से कम विज्ञान के पास तो इसका कोई जवाब नहीं है |

  • इसके इलावा यदि आपके घर में अचानक से बिल्ली, उल्लू, चमगादड़, सांप और भंवरा घूमते हुए दिखाई दे, तो समझ लीजिये कि ये तांत्रिक क्रिया का ही असर है.
  • रात्रि को सोते समय एक हरा नीम्बू तकिये के नीचे रखें और प्रार्थना करें कि जो भी निगेटिव क्रिया हुई है वह इस नीम्बू में समाहित हो जाए। सुबह उठने पर यदि नीम्बू मुरझाया हुआ या रंग काला मिलता है तो समझिए आप पर तांत्रिक क्रिया हुई है।
  • रात को अपने सिरहाने एक लोटा पानी का भर कर रखे और फिर सुबह होते ही इस पानी को किसी गमले या बगीचे में लगे छोटे से पौधे में डाल दे. ऐसे में यदि आप पर किसी तांत्रिक का असर है, तो तीन दिन से एक सप्ताह के अंदर पानी डालने के बावजूद भी यह पौधा सूख जाएगा.
  • यदि बार-बार घबराहट होने लगती है। पसीना सा आने लगता हैं। हाथ-पैर शून्य से हो जाते है। मेडिकल जांच में रिपोर्ट सामान्‍य आती हैं। बावजूद इसके ऐसा लगातार होता रहता है तो आप किसी तान्त्रिक क्रिया के शिकार हो गए हैं।
  • आपको अचानक भूख लगती है, लेकिन खाते वक्त मन नहीं करता ।
  • घर में सुबह या शाम मन्दिर का दीपक जलाते समय विवाद होने लगे या बच्चा रोने लगे।
  • घर के मन्दिर में अचानक आग लग जाये ।
  • घर के सदस्यों का एक के बाद एक बीमार पड़ना।
  • शरीर पर अचानक नीले रंग के निशान बन जाएं।
  • आपके पहने नए कपड़े अचानक फट जाएं। उस पर स्याही या अन्य कोई दाग लगने लग जाए या जल जाएं।
  • रात को सिरहाने एक लोटे में पानी भरकर रखें और इस पानी को गमले में लगे या बगीचे में लगे किसी छोटे पौधे में सुबह डालें। कोई तंत्र क्रिया है तीन दिन से एक सप्ताह में यह पौधा सूख जाएगा।

ऊपरी हवा पहचान और निदान

प्रायः सभी धर्मग्रंथों में ऊपरी हवाओं, नजर दोषों आदि का उल्लेख है। कुछ ग्रंथों में इन्हें बुरी आत्मा कहा गया है तो कुछ अन्य में भूत-प्रेत और जिन्न।यहां ज्योतिष के आधार पर नजर दोष का विश्लेषण प्रस्तुत है।

ज्योतिष सिद्धांत के अनुसार गुरु पितृदोष, शनि यमदोष, चंद्र व शुक्र जल देवी दोष, राहु सर्प व प्रेत दोष, मंगल शाकिनी दोष, सूर्य देव दोष एवं बुध कुल देवता दोष का कारक होता है। राहु, शनि व केतु ऊपरी हवाओं के कारक ग्रह हैं। जब किसी व्यक्ति के लग्न (शरीर), गुरु (ज्ञान), त्रिकोण (धर्म भाव) तथा द्विस्वभाव राशियों पर पाप ग्रहों का प्रभाव होता है, तो उस पर ऊपरी हवा की संभावना होती है।नजर दोष से पीड़ित व्यक्ति का शरीर कंपकंपाता रहता है। वह अक्सर ज्वर, मिरगी आदि से ग्रस्त रहता है।

कब और किन स्थितियों में डालती हैं ऊपरी हवाएं किसी व्यक्ति पर अपना प्रभाव?

 

  • जब कोई व्यक्ति दूध पीकर या कोई सफेद मिठाई खाकर किसी चौराहे पर जाता है, तब ऊपरी हवाएं उस पर अपना प्रभाव डालती हैं। गंदी जगहों पर इन हवाओं का वास होता है, इसीलिए ऐसी जगहों पर जाने वाले लोगों को ये हवाएं अपने प्रभाव में ले लेती हैं। इन हवाओं का प्रभाव रजस्वला स्त्रियों पर भी पड़ता है। कुएं, बावड़ी आदि पर भी इनका वास होता है। विवाह व अन्य मांगलिक कार्यों के अवसर पर ये हवाएं सक्रिय होती हैं। इसके अतिरिक्त रात और दिन के १२ बजे दरवाजे की चौखट पर इनका प्रभाव होता है।
  • दूध व सफेद मिठाई चंद्र के द्योतक हैं। चौराहा राहु का द्योतक है। चंद्र राहु का शत्रु है। अतः जब कोई व्यक्ति उक्त चीजों का सेवन कर चौराहे पर जाता है, तो उस पर ऊपरी हवाओं के प्रभाव की संभावना रहती है।
  • कोई स्त्री जब रजस्वला होती है, तब उसका चंद्र व मंगल दोनों दुर्बल हो जाते हैं। ये दोनों राहु व शनि के शत्रु हैं। रजस्वलावस्था में स्त्री अशुद्ध होती है और अशुद्धता राहु की द्योतक है। ऐसे में उस स्त्री पर ऊपरी हवाओं के प्रकोप की संभावना रहती है।
  • कुएं एवं बावड़ी का अर्थ होता है जल स्थान और चंद्र जल स्थान का कारक है। चंद्र राहु का शत्रु है, इसीलिए ऐसे स्थानों पर ऊपरी हवाओं का प्रभाव होता है।
  • जब किसी व्यक्ति की कुंडली के किसी भाव विशेष पर सूर्य, गुरु, चंद्र व मंगल का प्रभाव होता है, तब उसके घर विवाह व मांगलिक कार्य के अवसर आते हैं। ये सभी ग्रह शनि व राहु के शत्रु हैं, अतः मांगलिक अवसरों पर ऊपरी हवाएं व्यक्ति को परेशान कर सकती हैं।
  • दिन व रात के १२ बजे सूर्य व चंद्र अपने पूर्ण बल की अवस्था में होते हैं। शनि व राहु इनके शत्रु हैं, अतः इन्हें प्रभावित करते हैं। दरवाजे की चौखट राहु की द्योतक है। अतः जब राहु क्षेत्र में चंद्र या सूर्य को बल मिलता है, तो ऊपरी हवा सक्रिय होने की संभावना प्रबल होती है।
  • मनुष्य की दायीं आंख पर सूर्य का और बायीं पर चंद्र का नियंत्रण होता है। इसलिए ऊपरी हवाओं का प्रभाव सबसे पहले आंखों पर ही पड़ता है।

समाधान

हर प्रकार की तांत्रिक क्रिया,जादू टोना,ऊपरी हवा,वशीकरण,कारोबारी बंदिश और इल्म का प्रभाव रावण द्वारा रचित तंत्र शास्त्र में वर्णित अष्टविनायक बूटी (51 दुर्लभ जड़ी बूटियों का मिश्रण)द्वारा घर बैठे सरल विधि द्वारा उपाय करके समाप्त किया जा सकता है।दुर्लभ अष्टविनायक बूटी और उपयोग विधि घर पर डाक द्वारा मंगवाने  हेतु काल करे या आनलाइन अभी आर्डर करें ।
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